
Pujya Swamiji Meets with Chief Minister of Uttarakhand Shri Pushkar Singh Dhami
ऋषिकेश, 3 मार्च। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और उत्तराखंड के कर्मठ एवं कर्मयोगी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी की भेंटवार्ता हुई। स्वामी जी ने माननीय मुख्यमंत्री जी को उत्तराखंड में नकल विरोधी कानून, समान नागरिक संहिता आदि अनेक ऐतिहासिक निर्णयों के लिये बधाई देते हुये कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने युवाओं से किए गए वादे के अनुरूप देश का सबसे सख्त ‘नकल विरोधी कानून’ लाने का फैसला लिया है जो अद्भुत है। इससे नकल माफिया को प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अवसर नहीं मिलेगा। यह कानून वास्तव में परदर्शिता लाने का कार्य करेगा।
स्वामी जी ने कहा कि समान नागरिक संहिता कानून के माध्यम से एक सर्वव्यापी दृष्टिकोण की शुरूआत होगी। इसके माध्यम से व्यक्तिगत कानूनों को संहिताबद्ध किया जाना महत्त्वपूर्ण है। इसके माध्यम से पूर्वाग्रह, रुढ़िवादी, हठधर्मिता के बीच संतुलन स्थापित कर मौलिक अधिकारों का संरक्षण किया जा सकता है। यह कानून लोकहित के लिये अत्यंत आवश्यक है।
स्वामी जी ने कहा कि श्री धामी जी के नेतृत्व में कैरावान टूरिज्म, चाय बगान टूरिज्म, होम स्टे टूरिज्म, नेचर गाइड हेतु युवाओं को प्रशिक्षण देने का निर्णय अद्भुत है, इससे विकास के साथ ही रोजगरों का भी सजृन होगा। साथ ही ऋषिकेश में गंगा क्याक फेस्टिवल, टिहरी में कैनोइंग फेस्टिवल, बौर जलाशय में क्याकिंग चैंपियनशिप, योग महोत्सव, छोटा कैलाश माउंटेनियरिंग अभियान, पिंडारी में ट्रैक ऑफ-द इयर के साथ हाई एंड लो एल्टीट्यूड ट्रैकिग ट्रेनिंग आदि के माध्यम से भी वैश्विक पर्यटन को बढ़ाये जाने की योजनाओं के माध्यम से भी विलक्षण कार्य सम्पन्न हो रहे हैं।
स्वामी जी ने कहा कि उत्तराखंड हिमालय की छत्र-छाया और माँ गंगा की गोद में बसा दिव्य राज्य है, इसकी दिव्यता को बनाये रखने के लिये माननीय मुख्यमंत्री जी नित-नूतन योजनाओं का सजृन कर रहे हैं। उन्होंने आगे आने वाली सभी योजनाओं और प्रस्तावों के लिये माननीय मुख्यमंत्री जी को शुभकामनायें अर्पित की।