
Inauguration of Amrita Hospital with Prime Minister of India Shri Narendra Modi and meeting with Shri Mata Amritanandamayi Deviji
HH Param Pujya Swami Chidanand Saraswatiji returned from His travels abroad to attend the inauguration ceremony today of Amrita Hospital in Faridabad in by the Hon’ble Prime Minister of India, Shri Narendra Modiji; the Hon’ble Governor of Haryana, Shri Bandaru Dattatreyaji; the Hon’ble Chief Minister of Haryana, Shri Manohar Lalji and other government and interfaith leaders from across India.
Pujya Swamiji met privately with Shri Mata AmritanandamayiDeviji, the founder of the Mata Amritanandamayi Math, and presented her with a sacred Rudraksha plant to commemorate the auspicious occasion. Ammaji shared with Pujya Swamiji that she has planted over 400 sacred saplings at her Ashram! Joining Pujya Swamiji and Ammaji was Shri Sanjeev Singh, the Director of Amrita Hospital, who provided updated information about Amrita Hospital and the Amrita Trust.
Honorable Prime Minister of India Shri Narendra Modi ji said in his remarks that “this hospital is the amalgamation of spirituality and modernity, and Amma is the epitome of love, compassion and service and the carrier of spiritual tradition. India is a nation where health is a service. India has never allowed its culture and thinking to be lost anywhere and has always preserved it. We can see the love and compassion of Pujya Amma everywhere.”
Pujya Swamiji shared that “whatever work is being done for culture and education, medicine and spirituality is wonderful. And, today we all got the opportunity to see the confluence of both the divinity of Amma and the grandeur of the thoughts of Hon’ble Prime Minister. Spiritual institutions are working not only for themselves but for the culture and for the global family.” Pujya Swamiji also discussed many topics and honored the Honorable Prime Minister, inviting him to participate in the Sacred Ganga Aarti at Parmarth Niketan.
Shri Mata Amritanandamayiji also shared, saying that “on this auspicious occasion we should not look at the world as a business but as a family. Valueless society is like bricks without cement – there is no foundation on which to build. But, through life, we keep trying. Spirituality teaches us to see each situation realistically; teaches us to connect with the inner. And spirituality can help our younger generations to understand the difference between wants and needs.”
अमृता अस्पताल, फरीदाबाद उद्घाटन समारोह
उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं की शुरूआत
अमृता मल्टीस्पेशलिटी प्राइवेट अस्पताल का आज माननीय प्रधानमंत्री भारत श्री नरेंद्र मोदी जी और अन्य विशिष्ट विभूतियों द्वारा उद्घाटन
विज्ञान द्वारा निर्देशित और करुणा पर आधारित विभिन्न उत्कृष्टताओं, विशिष्टताओं के साथ चिकित्सा सुविधाओं की शुरूआत
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने श्री माता अमृतानंदमयी जी को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया
दिव्य अम्मा भव्य सेवा
स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, 24 अगस्त। अमृता अस्पताल, फरीदाबाद उद्घाटन समारोह माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा सम्पन्न हुआ, जिसमें परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, माननीय राज्यपाल हरियाणा श्री बंडारू दत्तात्रेय जी, माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी और अन्य विशिष्ट विभूतियों ने सहभाग किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने श्री माता अमृतानंदमयी जी को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया। अम्मा ने बताया कि उन्होंने भी अपने आश्रम में चार सौ पौधों का रोपण किया हैं।
अमृता अस्पताल के निदेशक श्री संजीव सिंह जी ने इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुये अमृता अस्पताल और अमृता ट्रष्ट के विषय में जानकारी प्रदान की।
माननीय प्रधानमंत्री भारत श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि आध्यात्मिकता और आधुनिकता का समागम है यह अस्पताल और अम्मा प्रेम, करूणा और सेवा की प्रतिमूर्ति और आध्यात्मिक परम्परा की वाहक है। उन्होंने इस सेवा कार्य के लिये सभी को शुभकामनायें देते हुये कहा कि भारत ऐसा राष्ट्र है जहां आरोग्य एक सेवा है। भारत ने अपने संस्कार और सोच को कभी भी और कहीं भी लुप्त नहीं होने दिया उसे हमेशा सहेज कर रखा। पूज्य अम्मा का वात्सल्य और करूणा हमें हर जगह दिखायी पड़ती हैं।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि संस्कार व संस्कृति तथा शिक्षा व चिकित्सा एवं अध्यात्म के लिये जितना भी कार्य किया जा रहा है वह अद्भुत है। अम्मा की दिव्यता और माननीय प्रधानमंत्री जी के विचारों की भव्यता दोनों के संगम का दर्शन करने का अवसर आज हम सभी को प्राप्त हुआ।
स्वामी जी ने कहा कि आध्यात्मिक संस्थायें केवल अपने लिये नहीं बल्कि वैश्विक परिवार के लिये कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि न्यूयार्क, यूनाईटेड नेशन, जिनेवा और अन्य स्थानों पर जल संरक्षण पर होने वाली शिखर वार्ताओं में माननीय प्रधानमंत्री जी को सम्मानित करने और अनेक विषयों पर स्वामी जी ने चर्चा की तथा माननीय प्रधानमंत्री जी को परमार्थ गंगा आरती में सहभाग हेतु विशेष रूप से आमंत्रित किया।
अमृता अस्पताल श्री माता अमृतानंदमयी जी की शक्ति और आशीर्वाद से संचालित होने वाला आरोग्य का उत्तम केन्द्र है। अम्मा, एक बहुमुखी व्यक्तित्व, एक आध्यात्मिक गुरू, मानवतावादी और एक दूरदर्शी असाधारण व्यक्तित्व की धनी हैं। उनके आशीर्वाद से अमृत अस्पताल में आशा के साथ बेहतर चिकित्सा सुविधायें संचालित हो रही है। आध्यात्मिकता के साथ उत्कृष्टता यही स्वास्थ्य की प्रथम सीढ़ी भी है। मुझे विश्वास है यह अस्पताल प्रौद्योगिकी, विशेषज्ञता, सहानुभूति और विश्वास के सम्मिश्रण के साथ संचालित होता रहेगा।
श्री माता अमृतानंदमयी जी ने आज के इस पावन अवसर पर कहा कि हम जगत को व्यवसाय के रूप में नहीं बल्कि परिवार के रूप में देखे। मूल्यहीन समाज ऐसे है जैसे बिना सीमंेट की ईटें इसलिये प्रयत्न करते रहना ही जीवन है। आध्यात्मिकता हमें प्रत्येक स्थिति को वास्तविक रूप से देखना सिखाती है; इनर से जुड़ना सिखाती है। उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ियों को इच्छाओं और आवश्यकताओं में अन्तर को समझना होगा। हमें अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना होगा ताकि हर किसी की जरूरत पूरी हो सके। हमें दुनिया की जरूरत को समझना होगा और बड़ा दिल रखकर व्यवहार करना होगा क्योंकि अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए हर चीज का शोषण करना सही नहीं है।
हमें सेवा का कोई भी अवसर अपने हाथोें से नहीं जाने देना चाहिये। हमारे सभी कर्मों को पूर्ण करने के लिये ईश्वर की कृपा का होना नितांत आवश्यक है।
अम्मा ने कहा कि सब कहते हैं शिक्षा जरूरी है लेकिन कई पढ़े-लिखे युवा भारी तनाव से गुजर रहे हैं इसलिये सिर्फ किताबी शिक्षा महत्वपूर्ण नहीं है उसके साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी जरूरी है।
सनातन धर्म हमें हर चीज से प्रेम करना, दूसरों को देना और उसमें आनंद प्राप्त करना सिखाता है। उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर ही हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने समुदाय और देश में बदलाव ला सकते हैं।
माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी ने कहा कि अमृता अस्पताल नर सेवा का अद्भुत प्रकल्प है। यह सेवा का वटवृक्ष है। उन्होंने प्रदेश की चिकित्सा सुविधाओं के विषय में सभी को अवगत कराया।