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H.H. Pujya Swami Chidanand Saraswatiji | | Pujya Swamiji Blesses 350th Year Celebration of the Establishment of Hindavi Swarajya
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Pujya Swamiji Blesses 350th Year Celebration of the Establishment of Hindavi Swarajya

Oct 31 2023

Pujya Swamiji Blesses 350th Year Celebration of the Establishment of Hindavi Swarajya

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने हिंदवी स्वराज्य स्थापना के 350 वें वर्ष पर दिव्य प्रेम सेवा मिशन न्यास द्वारा जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित महानाट्य जाणता राजा में विशेष रूप से सहभाग कर उद्बोधन व आशीर्वचन प्रदान किया।

इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने वीर शौर्यवान योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज और एक भारत श्रेष्ठ भारत के प्रणेता सरदार वल्लभभाई पटेल को भावाजंलि अर्पित की। साथ ही सभी को अनेक पूज्य संतों और कई राजनीतिक विभूतियों का सान्निध्य प्राप्त हुआ।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज अद्म्य साहस के धनी, योग्य सेनापति तथा कुशल राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने एक मजबूत मराठा साम्राज्य की नींव रखी और दक्कन से लेकर कर्नाटक तक मराठा साम्राज्य का विस्तार किया ऐसे महान शासक को शत-शत नमन।

शिवाजी महाराज का अपनी मातृभूमि से ऐसा अद्भुत प्रेम था कि उन्होंने अपनी माटी के लिये सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने हमें संदेश दिया कि राष्ट्र है तो हम है, हमारे राष्ट्र ने, हमारी मातृभूमि ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब हम सब की बारी है। ’देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे।’

आज एकता दिवस के अवसर पर स्वामी जी ने भारत रत्न, लौह पुरुष श्री सरदार वल्लभभाई पटेल जी को भावाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि उन्होंने भारतीय राष्ट्र को एक संघ बनाने तथा भारतीय रियासतों के एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी। सरदार पटेल भारत की एकजुटता के वास्तविक सूत्रधार थे। उनकी दूरदर्शिता ही थी कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में 562 स्वतंत्र रियासतों के विलय का अत्यंत जटिल और संवेदनशील कार्य उन्होंने अपने हाथों मंे लिया। रियासतों के मालिकों को देशभक्ति और राष्ट्रीय संवेदना के प्रति सजग करते हुये सभी से देश हित में कार्य करने का आह्वान किया।

शिवाजी महाराज व सरदार पटेल ने यह संदेश दिया कि हृदय में अगर राष्ट्रप्रेम की भावना हो तो उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम को एकता के सूत्र मंे बांधना मुश्किल नहीं है। एक समय था जब हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों ने गुलामी की जंजीरों से देश को आजाद कराने के लिए अनेकों बलिदान दिए। आज समय की मांग है कि हम सब मिल कर अपने भारत को प्रदूषण से मुक्त कराएं।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने माननीय रक्षामंत्री भारत सरकार श्री राजनाथ सिंह जी और अन्य सभी विशिष्ट अतिथियों को रूद्राक्ष का पौधा आशीर्वाद स्वरूप भेंट किया। इस अवसर पर स्वामी जी ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष श्री आशीष गौतम जी व संयोजक श्री संजय चतुर्वेदी जी को अनेकानेक साधुवाद दिया।

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