
Pujya Swamiji Meets with Union Cabinet Minister for Labour, Employment, Environment, Forest and Climate Change
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और श्रम, रोजगार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी की भेंटवार्ता हुई। इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने माननीय कैबिनेट मंत्री जी से तीर्थस्थलों और पर्यटन स्थलों को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु विस्तृत चर्चा की।
स्वामी जी ने बताया कि परमार्थ निकेतन द्वारा राजाजी नेशनल पार्क, नीलकंठ मार्ग पर हाथियों और अन्य वन्य जीवों के लिये अमृत सरोवर निर्माण की योजना बनायी जा रही हैं। वर्ष 2023 में कांवड यात्रा के दौरान कांवडियों और शिव भक्तों के साथ मिलकर अमृत सरोवर का निर्माण किया जायेगा, इसके शुभारम्भ पर माननीय मंत्री की उपस्थिति हो तो यह और भी प्रेरणादायी होगा।
स्वामी जी ने कहा कि अब समय आ गया है कि शंकर जी पर जल चढ़ाने के साथ हाथियों को भी जल पिलाये क्योंकि कटते जंगल और कम होते जल स्रोतों के कारण वन्य जीव जगंलों से आबादी की ओर आ रहे हैं जिससे संघर्ष बढ़ते जा रहा है इसलिये हमें संघर्ष से सह-अस्तित्व की ओर बढ़ना होगा। मनुष्यों और वन्यजीवों के बीच टकराव तथा संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है इंसानी आबादी का बढ़ता दबाव जो वन्यजीवों के लिये मुसीबत बनता जा रहा है, क्योंकि जंगल कम हो रहे हैं और वन्यजीवों के रहने के प्राकृतिक अधिवास लगातार कम होते जा रहे हैं। ऐसे में मानव-वन्यजीव संघर्ष में कमी लाने के लिये चितंन करना नितांत आवश्यक है।
स्वामी जी ने कहा कि वर्तमान समय में वन्यजीव संरक्षण बेहद महत्त्वपूर्ण ही नहीं बल्कि एक पर्यावरणीय अनिवार्यता भी है। पर्यावरण के अनुकूल विकास अर्थात् मनुष्य भी रहें और प्राणी भी रहें ताकि सभी की जिंदगी चलती रही ताकि मनुष्य व वन्यजीव दोनों ही सुरक्षित रहें।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने माननीय भूपेंद्र यादव जी को रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया।