World Water Day
विश्व जल दिवस के अवसर पर पूज्य स्वामी जी का संदेश जल की हर बंूद में जीवन है, जल हमारे जीवन का आधार है। हमें याद रखना होगा कि पानी बचेगा तो प्राणी बचेंगे, जल बचेगा तो जीवन बचेगा, जीविका बचेगी और सम्पूर्ण मानवता बचेगी। ...
विश्व जल दिवस के अवसर पर पूज्य स्वामी जी का संदेश जल की हर बंूद में जीवन है, जल हमारे जीवन का आधार है। हमें याद रखना होगा कि पानी बचेगा तो प्राणी बचेंगे, जल बचेगा तो जीवन बचेगा, जीविका बचेगी और सम्पूर्ण मानवता बचेगी। ...
पूज्य स्वामी जी ने नव संवत्सर और नवरात्रि के पावन पर्व पर दिया संदेश - भक्ति और शक्ति का पर्व है नवरात्रि। जीवन को दिव्य और शक्तिसम्पन्न बनाने का अवसर प्रदान करता है यह पर्व। इन नौ दिनों में कुछ नया चुने, कुछ नया बुने। उत्साह, प्रफुल्लित मन और नई उर्जा से ओतप्रोत होकर आईये मनायें नव वर्ष।...
ऋषिकेश, 21 मार्च। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी विगत अनेक वर्षों से परमार्थ निकेतन गंगा आरती के माध्यम से प्रतिदिन रूद्राक्ष के पौधों को उपहार स्वरूप भेंट करते हैं ताकि पौधों के रोपण का संदेश गंगा आरती के इस विश्व विख्यात मंच से दूर तक जाये। इस दिव्य मंच से अब तक लाखों-लाखों पौधों को वितरित किया गया है। स्वामी जी इस मंच से न केवल...
अन्याय और अधर्म पर भक्ति की शक्ति और सत्य की जीत का पर्व होली के पावन अवसर पर पूज्य स्वामीजी का संदेश - ‘होली के रंग और गुलाल की मिठास के साथ आईये अपने अतंस को प्रेम, आनंद, उल्लास और कृतज्ञता से भर लें। अपने प्रियजनों के साथ पर्यावरण के अनुकूल, हरित और सुरक्षित होली मनाएं। आईये एक-दूसरे के हो-ले, यही तो होली हैं। Greetings and blessings on the auspicious occasion of Holi, the festival of victory of devotion and truth over injustice and Inequity. Pujya Swamiji encourages us to...
मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जायेंगे राम आयेंगे पूज्य स्वामीजी ने दिया संदेश - परमात्मा की दिव्य कृपा के लिये किसी वस्तु की नहीं बल्कि भाव की; भक्ति की आवश्यकता है। माता शबरी का पवित्र हृदय, भक्ति, भाव और प्रेम के बल पर स्वंय प्रभु श्री राम उनकी झोपड़ी में आयें और प्रेमवश उनके जूठे बेर खाये। भक्त का भाव हो तो प्रभु कृपा अवश्य बरसती हैं।...
प्रभु श्री राम की परम भक्त व ऋषि मतंग की शिष्या शबरी (श्रमणा) की जयंती पर उनकी दिव्य भक्ति, आस्था को नमन। On the birth anniversary of Shabari (Shramana), the supreme devotee of Lord Shri Ram and disciple of sage Matang, salutations to her divine devotion and faith....
22 फरवरी, ऋषिकेश। अन्तर्राष्ट्रीय चिंतन दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने ‘वैश्विक शांति’ हेतु श्रेष्ठ और सकारात्मक चिंतन का संदेश देते हुये कहा कि वैश्विक शान्ति की संपूर्ण विश्व को आवश्यकता है। वर्तमान समय में ऐसे चिंतन की आवश्यकता है जहां पर मानव हितों के साथ-साथ प्रकृति का भी संरक्षण हो। ‘वल्र्ड थिंकिंग डे’ के अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि “वसुधैव कुटुंबकम्”, शांति एवं सद्भाव भारतीय संस्कृति की मूल विशेषताएं रही हैं इस संस्कृति ने हमें...
ऋषिकेश, 21 फरवरी। अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि ‘‘माँ, मातृभूमि और मातृभाषा ये तीनों ही संस्कारों की जननी हैं।’’ मातृभाषा हमें अपने मूल और मूल्यों से जोड़ती है। माँ से जन्म, मातृभूमि से हमारी राष्ट्रीयता और मातृभाषा से हमारी पहचान होेती है इसलिये जरूरी है कि हम कम से कम अपने घर-परिवार में अपनी मातृभाषा में ही वार्तालाप करें ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी भाषा के माध्यम से अपनी संस्कृति, संस्कार और मूल को जान सकंे। भारत की संस्कृति...
ऋषिकेश, 20 फरवरी। आज के दिन को पूरे विश्व में ‘विश्व सामाजिक न्याय दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है सामाजिक न्याय को बढ़ावा देना तथा गरीबी, लैंगिक असमानता, बेरोजगारी को दूर कर मानव अधिकार, सामाजिक सुरक्षा और सतत विकास को बढ़ावा देना। सामाजिक न्याय से तात्पर्य है कि सभी राष्ट्रों को शांतिपूर्ण सह.अस्तित्व और सतत विकास के लिये प्रकृति अनुकूल आवश्यक सूत्रों का पालन करना। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि हिन्दू धर्म में न्याय दर्शन की अत्यन्त प्राचीन परम्परा रही है। वैदिक दर्शनों में षड्दर्शन...
अद्म्य साहस के धनी, योग्य सेनापति, कुशल राजनीतिज्ञ तथा महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर नमन करते हुये पुज्य स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति के मूल्यों, प्राचीन गौरवशाली सूत्रों, सिद्धान्तों एवं परंपराओं से जुड़े रहने के साथ ही अपने आप में निरंतर नवीनता का समावेश करने का दिया संदेश। While paying a heartfelt tribute to Chhatrapati Shivaji Maharaj on his birth anniversary! Pujya Swami ji shares the message of being connected to the values of Indian culture, ancient glorious formulas, principles and traditions, and keeping innovations in your life....