Hanuman Janmotsav Blessings
राम काज कीन्हें बिना, मोहि कहाँ विश्राम।’ जब तक राम काज; सेवा कार्य पूर्ण न हो विश्राम कहाँ, सुख कहाँ, चैन कहाँ। प्रभु हम सभी को भी हनुमान जी जैसी उदारता, प्रभु भक्ति, अटूट सेवाभाव और समर्पण भाव प्रदान करें ताकि हम भी समाज और समष्टि की सेवा में अपने को समर्पित कर सके यही है हम सभी के लिये हनुमान जी का संदेश और इसी भाव से ही हम सभी के हृदयों में हनुमान जी का अवतरण हो। जय हनुमान।...