The Power of Ganga
परमार्थ निकेतन में गंगा जी के प्रति जागरूकता एवं आरती प्रशिक्षण कार्यशाला में पूज्य स्वामी जी ने दिया संदेश ‘‘गंगा आरती दक्षिणा बटोरने के लिये नहीं बल्कि स्वयं को दक्षिणा स्वरूप अर्पित करने के लिये है।’’ हमारे अन्दर यह भाव हो कि ‘‘मेरी आरती मेरा सम्मान, मेरा शहर मेरी शान और मेरा गांव मेरी जान बने। मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी बने, मेरा गांव मेरा तीर्थ बने।’’ अद्भुत, अलौकिक और अविस्मरणीय तीन दिवसीय गंगा आरती प्रशिक्षण हुआ सम्पन्न।...