Pujya Swamiji Graces Lord Mahavir 2550th Nirvana Mahotsav
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने मुम्बई में आयोजित भगवान महावीर 2550 वां निर्वाण महोत्सव में सहभाग कर वहां उपस्थित अपार जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुये कहा कि जीवन में न शो हो, न ही शोर हो बल्कि शान्ति ही शान्ति हो वही निर्वाण है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि भगवान महावीर ने जीवन साधना और आराधना के साथ प्राणी मात्र के कल्याण एवं मुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया तथा उन्होंने जनकल्याण हेतु चार तीर्थों साधु-साध्वी-श्रावक-श्राविका की रचना की। उनका आत्म धर्म प्रत्येक प्राणी के लिए...