Environment & Living Green Tag
पूज्य स्वामी जी कहते है कि हमे ये स्वयं निश्चय करना है की हमें क्या चाहिए क्योंकि जो भी हम करते हैं वही वापस लौट के आता है इसलिए अच्छा सोचिए, अच्छा बोलिए और अच्छे कार्य कीजिए। पूज्य स्वामीजी कहते है कि अपने अहम को उस परमात्मा में मिला देना और अपना सर्वस्व उसको समर्पित करना ही आध्यात्म है और यही जीवन है।
पूज्य स्वामीजी कहते है कि हमें आने वाले समय को सुरक्षित रखने के लिए अपने पेड़ों को बचाना है, जल को बचाना है, सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद...
Pujya Swamiji reminds us the importance of health and environment. He connects protecting our environment with health and wellness. As Pujya Swamiji so beautifully says, "when we turn the 'I' into 'We,' we turn 'illness' into 'wellness.'" Together, we will overcome the challenges and heal ourselves and the planet....
Panchvati Bharat - Green India is the best gift for Bhagawan Shri Ram ji shares Pujya Swamiji Maharaj on the auspicious occasion of Ram Navami. He inspires everyone to take this pledge to plant and gift trees and to make our planet cleaner and greener for all living beings.
पूज्य स्वामी जी ने श्रद्धा, शौर्य और आस्था का महासंगम राम नवमी पर्व की देशवासियों को शुभकामनायें देते हुये संदेश दिया भगवान श्री राम ने समाज में सत्य और न्याय को स्थापित करने के लिए सहर्ष वनगमन किया। पिता की आज्ञा का...
ऋषिकेश, 21 मार्च। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी विगत अनेक वर्षों से परमार्थ निकेतन गंगा आरती के माध्यम से प्रतिदिन रूद्राक्ष के पौधों को उपहार स्वरूप भेंट करते हैं ताकि पौधों के रोपण का संदेश गंगा आरती के इस विश्व विख्यात मंच से दूर तक जाये। इस दिव्य मंच से अब तक लाखों-लाखों पौधों को वितरित किया गया है। स्वामी जी इस मंच से न केवल...
प्रकृति के संरक्षण हेतु पूज्य स्वामीजी का दिव्य संदेश ’‘देश हमे देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखें’’। आने वाली पीढ़ियाँ, प्रकृति और संस्कृति को बचाने के लिए आईये अधिक से अधिक पेड़ लगाएं, पानी बचाएं। ‘‘पानी है तो प्राणी है’’।...
अन्याय और अधर्म पर भक्ति की शक्ति और सत्य की जीत का पर्व होली के पावन अवसर पर पूज्य स्वामीजी का संदेश - ‘होली के रंग और गुलाल की मिठास के साथ आईये अपने अतंस को प्रेम, आनंद, उल्लास और कृतज्ञता से भर लें। अपने प्रियजनों के साथ पर्यावरण के अनुकूल, हरित और सुरक्षित होली मनाएं। आईये एक-दूसरे के हो-ले, यही तो होली हैं।
Greetings and blessings on the auspicious occasion of Holi, the festival of victory of devotion and truth over injustice and Inequity. Pujya Swamiji encourages us to...
ऋषिकेश, 19 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी एवं जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी के पावन सान्निध्य और आशीर्वाद से आज यमुना छठ घाट, आईटीओ के पास दिल्ली में महाआरती का शुभारम्भ हुआ। विश्व विख्यात आध्यात्मिक सूफी गायक श्री कैलाश खेर ने अपने अनूठे व मनमोहक अन्दाज में आज यमुना जी की दिव्य और भव्य आरती का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर माननीय राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल जी, नेशनल मिशन फाॅर क्लीन गंगा - नमामि गंगे के डायरेक्टर जनरल श्री जी अशोक कुमार...
ऋषिकेश, 18 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने महाशिवरात्रि की शुभकामनायें देते हुये कहा कि फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है ‘‘माघकृष्ण चतुर्दश्यामादिदेवो महानिशि। ॥ शिवलिंगतयोद्रूतः कोटिसूर्यसमप्रभ’’॥ क्योंकि इसी दिन भगवान शिव और पार्वती जी का विवाह हुआ था। ईशान संहिता के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव का तेजोमय दिव्य ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रादुर्भाव हुआ था इसलिये भी महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। महाशिवरात्रि भक्ति एवं मुक्ति दोनों ही देने वाली है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती...
ऋषिकेश, 3 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने वन संरक्षण सप्ताह के अवसर पर पौधा रोपण का संदेश देते हुये कहा कि वन है तो जीवन है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि उत्तराखंड, वन और जल संपदा से युक्त प्रदेश है। वनों को सबसे अधिक खतरा वनाग्नि से होता है। वनाग्नि, मानव, प्रकृति तथा वन्य जीव जंतुओं सभी के लिये खतरा है। जंगलों की आग के कारण न केवल जीवों का बल्कि मानव का जीवन भी प्रभावित होता है।
अप्रैल-मई में अक्सर देश के विभिन्न हिस्सों...
वल्र्ड वेटलैंड दिवस के अवसर पर पूज्य स्वामीजी ने कहा कि मां गंगा एवं अपने आस-पास की झीलों, नदियों, तलाबों और जलस्रोतों के संरक्षण का संकल्प ले क्योंकि ‘‘जल है तो जीवन है! जल है तो कल है’’
पूज्य स्वामी जी ने दिया संदेश आईये ‘जल क्रान्ति को जन क्रान्ति बनाये! जल आन्दोलन को जन आन्दोलन बनाये’।
On the occasion of World Wetlands Day, Pujya Swamiji said to take a pledge to protect Mother Ganga and the lakes, rivers, ponds and water bodies around us because “If there is water, there is...