Om Namah Shivaya Bhajan
Mondays belong to Shiva! So, on this day, what better way to offer our devotion to Lord Shiva...
Mondays belong to Shiva! So, on this day, what better way to offer our devotion to Lord Shiva...
ऋषिकेश, 13 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द ने आज भारत की कोकिला सरोजनी नायडू जी के जन्मदिवस पर भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में अनेक भारतीय महिलाओं ने अपना योगदान प्रदान किया हैं। उन्होंने दिखा दिया कि भारतीय समाज एक सशक्त समाज है और यही इसका अमूर्त पहलू भी है। भारत में महिला सशक्तिकरण भारतीय समाज एवं संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान निभाने वाली सरोजनी नायडू जी एक कवयित्री थी। अत्यंत मधुर स्वर में अपनी...
ऋषिकेश, 12 फरवरी। परमार्थ निकेतन में इन्टरनेशनल योगिनी अवार्ड सेरेमनी और काॅन्फ्रेन्स का शुभारम्भ हुआ। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी, श्री प्रतापचन्द्र सारंगी जी, मेंबर आफ पार्लियामेंट उड़ीसा, महामंडलेश्वर श्री नृसिंगदास जी, लोक कला संस्कृति संरक्षण से श्री निर्मल रतनलाल वैद्य जी, संस्थापक ईडुजी डा आर एच लता जी और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। दो दिवसीय इन्टरनेशनल योगिनी अवार्ड और काॅन्फ्रेन्स के प्रथम दिन विश्व के अनेक देशों और भारत के विभिन्न राज्यों से आयी योगिनी...
ऋषिकेश, 11 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, साध्वी भगवती सरस्वती जी और केंद्रीय कैबिनेट आयुष मंत्री श्री सर्बानन्द सोनोवाल जी की शिष्टाचार बैठक दिल्ली में हुई। इस अवसर पर भारत में योग, ध्यान, आयुर्वेद, प्राकृतिक जीवन शैली विकसित कर उसे एक कल्याण युक्त राष्ट्र के रूप में विकसित करने हेतु विशेष चर्चा हुई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि भारत को स्वस्थ और आरोग्य से समृद्ध राष्ट्र के रूप में विकसित करने के लिये हमें इकोसिस्टम को मजबूत बनाना होगा ताकि सभी के स्वास्थ्य कल्याण का...
ऋषिकेश, 10 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और माननीय पर्यटन मंत्री भारत सरकार श्री जी किशन रेड्डी जी कि दिल्ली में भेंटवार्ता हुई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने श्री रेड्डी जी को परमार्थ निकेतन में होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में सहभाग हेतु आमंत्रित किया। इस अवसर पर जी 20 - समिट पर भी चर्चा हुई। साथ ही उत्तराखंड के पर्यटन और तीर्थाटन को नई गति प्रदान करने हेतु भी चर्चा हुई और इस हेतु माननीय श्री रेड्डी जी ने प्रसन्नता व्यक्त की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने...
Fresh from their return from an extended trip abroad, HH Param Pujya Swami Chidanand Saraswatiji, President of Parmarth Niketan, and Pujya Sadhvi Bhagawati Saraswatiji, Secretary-General of the Global Interfaith WASH Alliance, met with Shri Arjun Ram Meghwal, the Minister of State for Parliamentary Affairs & Culture, Government of India, for an important discussion about the preservation and promotion of Indian culture. During the productive meeting, Pujya Swamiji invited the Honorable Shri Meghwalji to participate in next month's International Yoga Festival and presented a Rudraksha plant, the symbol of Himalayan culture,...
This beautiful bhajan, "Govinda Jaya Jaya", is so perfectly and beautifully chanted by HH Pujya Swami Chidanand Saraswatiji - Muniji to celebrate the supreme divine Krishna. Let this sacred bhajan fill your heart with love and lift your spirit in joy...
‘माघ पूर्णिमा’ कल्पवास की पूर्णता का पर्व है। संकल्प की संपूर्ति, आनंद और उत्साह का पर्व है। माघी पूर्णिमा के अवसर पर भगवान विष्णु गंगाजी में निवास करते हैं इसलिये इस दिन गंगाजी में स्नान, ध्यान और गंगा जल के स्पर्शमात्र से आत्मिक आनन्द और आध्यात्मिक सुखों की प्राप्ति होती है। आज के दिन नदियों में केवल एक डुबकी और एक आचमन नहीं बल्कि आत्ममंथन की डुबकी लगाये और अपने जीवन को अमृत कलश से भर लें। ’’जल चेतना जन चेतना बने’’, ‘‘जल क्रान्ति जन क्रान्ति बने’’ और ‘‘जन आन्दोलन जल आन्दोलन...
ऋषिकेश, 3 फरवरी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने वन संरक्षण सप्ताह के अवसर पर पौधा रोपण का संदेश देते हुये कहा कि वन है तो जीवन है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि उत्तराखंड, वन और जल संपदा से युक्त प्रदेश है। वनों को सबसे अधिक खतरा वनाग्नि से होता है। वनाग्नि, मानव, प्रकृति तथा वन्य जीव जंतुओं सभी के लिये खतरा है। जंगलों की आग के कारण न केवल जीवों का बल्कि मानव का जीवन भी प्रभावित होता है। अप्रैल-मई में अक्सर देश के विभिन्न हिस्सों...
वल्र्ड वेटलैंड दिवस के अवसर पर पूज्य स्वामीजी ने कहा कि मां गंगा एवं अपने आस-पास की झीलों, नदियों, तलाबों और जलस्रोतों के संरक्षण का संकल्प ले क्योंकि ‘‘जल है तो जीवन है! जल है तो कल है’’ पूज्य स्वामी जी ने दिया संदेश आईये ‘जल क्रान्ति को जन क्रान्ति बनाये! जल आन्दोलन को जन आन्दोलन बनाये’। On the occasion of World Wetlands Day, Pujya Swamiji said to take a pledge to protect Mother Ganga and the lakes, rivers, ponds and water bodies around us because “If there is water, there is...