Mantra of oneness & togetherness
पूज्य स्वामी जी कहते है कि हमे ये स्वयं निश्चय करना है की हमें क्या चाहिए क्योंकि जो भी हम करते हैं वही वापस लौट के आता है इसलिए अच्छा सोचिए, अच्छा बोलिए और अच्छे कार्य कीजिए। पूज्य स्वामीजी कहते है कि अपने अहम को उस परमात्मा में मिला देना और अपना सर्वस्व उसको समर्पित करना ही आध्यात्म है और यही जीवन है। पूज्य स्वामीजी कहते है कि हमें आने वाले समय को सुरक्षित रखने के लिए अपने पेड़ों को बचाना है, जल को बचाना है, सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद...