अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी अपनी विदेश यात्रा के पश्चात आज पधारे। परमार्थ गुरूकुल के आचार्यो, ऋषिकुमारों और सेवकों ने पुष्पवर्षा, वेद मंत्र और शंख ध्वनि से दिव्य और भव्य अभिनन्दन किया। आज अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस के अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि वेदों के मंत्र पूरे विश्व को संजीवनी देने वाले मंत्र है। यजुर्वेद में बडा ही प्यारा मंत्र है ‘‘मित्रस्य चक्षुषा समीक्ष्यामहे’’, अर्थात् पूरे विश्व के साथ मित्रवत् व्यवहार करें। साथ ही धरती पर रहने वाले समस्त प्राणियों को अपनत्व की दृष्टि से...